केरल के भूस्खलन प्रभावित वायनाड जिले में राहत एवं बचाव कार्य अभियान अब जारी है। मलबे में फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए 1,300 से अधिक बचावकर्मी दिन रात जुटे हुए हैं,जिसमें सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, स्थानीय पुलिस और स्वयंसेवक शामिल हैं।बचाव दल में 500 से अधिक सेना के जवान शामिल हैं। घटनास्थल पर भारी मशीनों और अत्याधुनिक उपकरणों को भी लगाया गया है। इसके बीच वायनाड में सैनिकों के बचाव प्रयासों से इंप्रेस होकर कक्षा तीन में पढ़ने वाले एक छात्र ने सेना को एक भावपूर्ण पत्र लिखा है। छात्र ने पत्र में लिखा है कि वह एक दिन सेना में शामिल होगा। इस छात्र का नाम रेयान है।एएमएलपी स्कूल के छात्र रेयान ने मलयालम भाषा में लिखे पत्र में कहा, "डियर भारतीय सेना, मेरा वायनाड भारी भूस्खलन की चपेट में आ गया है, जिससे तबाही और विनाश हुआ है। मलबे में फंसे लोगों को बचाते हुए आपको देखकर मुझे गर्व और खुशी महसूस हो रही है।"रेयान ने आगे कहा, "मैंने अभी-अभी वह वीडियो देखा जिसमें आप अपनी भूख मिटाने के लिए बिस्कुट खा रहे हैं और पुल बना रहे हैं। उस दृश्य ने मुझे बहुत प्रभावित किया और मैं एक दिन भारतीय सेना में शामिल होकर अपने देश की रक्षा करने की इच्छा रखता हूं।"वहीं, भारतीय सेना ने नन्हें छात्र रेयान को युवा योद्धा कहते हुए धन्यवाद दिया है। सेना ने जवाब में लिखा, "आपके दिल को छू लेने वाले शब्दों ने हमें अभिभूत किया है। मुश्किल समय में हमारा लक्ष्य उम्मीद की किरण बनना है और आपका पत्र इस मिशन की पुष्टि करता है। आप जैसे नायक हमें अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए प्रेरित करते हैं।" सेना ने आगे कहा, "हम उस दिन का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं जब आप वर्दी पहनेंगे और हमारे साथ खड़े होंगे। हम सब मिलकर अपने देश को गौरवान्वित करेंगे। युवा योद्धा, आपके साहस और प्रेरणा के लिए धन्यवाद।"