आज के समय में जिंदगी का कोई भरोसा नहीं है कौन कब कहां मर जाए इसके बारे में कुछ कहा नहीं सकता। इसकी वजह है आज की लाइफस्टाइल। लोगों की जिंदगी इतनी ज्यादा स्ट्रेस से भर गई है कि लोग अपने हेल्थ की तरह ध्यान नहीं दे पाते हैं।इसका नतीजा यह है कि लोग बेहद कम उम्र में ही कार्डियक अरेस्ट का शिकार हो रहे हैं। ऐसे ही हुआ मांडल स्थित मेजा ग्राम के एक स्कूल में पढ़ाने वाली टीचर के साथ।मेजा गांव के कस्तूरबा गांधी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में प्रबोधक के पद पर कार्यरत टीचर सत्तू प्रजापति की क्लास लेने के दौरान मौत हो गई। सत्तू प्रजापति मोहन कॉलोनी की रहने वाली थी बताया जा रहा है कि उन्होंने लंच ब्रेक में खाना खाया था जिसके बाद उनकी तबीयत काफी बिगड़ने लगी और इसके बाद वह क्लास भी नहीं ले पाई उसके पहले ही बेहोश हो गई।सत्तू प्रजापति घर से ही खाना लेकर आई थी। उन्होंने ब्रेक के दौरान अपने घर का ही खाना खाया था। इसके बाद उनकी तबीयत खराब हो गई ब्रेक के बाद जब सत्तू प्रजापति अगली क्लास लेने गई तो वहां उनकी हालत और खराब हो गई तो थोड़ी देर में बेहोश हो गई उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया जहां उन्होंने थोड़ी देर में दम तोड़ दिया।बताया जा रहा है कि सत्तू प्रजापति को कार्डिएक अरेस्ट आया था। स्कूल से पहले उन्हें उप जिला अस्पताल ले जाया गया। वहां डॉक्टर्स ने उन्हें भीलवाड़ा महात्मा गांधी अस्पताल भेज दिया। यहां पहुंचने पर डॉक्टर्स ने उनका चेकअप किया और फिर उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम करवाया जिसमें मौत की वजह कार्डिएक अरेस्ट निकला। पुलिस मामले की जांच कर रही है।