प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना भारत सरकार की एक प्रमुख पहल है। जिसके तहत देशभर के किसानों को हर साल वित्तीय सहायता दी जाती है।इस योजना के तहत किसानों को 6 हजार रुपये तीन किस्तों में दिए जाते हैं। अब तक सरकार 17 किस्तें किसानों के खाते में जमा कर चुकी है, और 5 अक्टूबर को 18वीं किस्त के रूप में दो हजार रुपये भेजे जाने की तैयारी होगी। लेकिन इस बार कुछ किसानों के खाते में 4 हजार रुपये तक जमा किए जाएंगे । आइए, जानते हैं कि ऐसा क्यों है।इस बार की 18वीं किस्त में कुछ किसानों के खाते में 4 हजार रुपये जमा किए जाएंगे। इसका कारण यह है कि पिछली 17वीं किस्त के दौरान कुछ किसानों को उनके दस्तावेजों में कमी या केवाईसी पूरा न होने के कारण 2 हजार रुपये की किस्त नहीं मिली थी। अब उन किसानों ने अपने कागजात और केवाईसी अपडेट कर लिए हैं। ऐसे में उनकी पिछली किस्त भी नई किस्त के साथ ही मिल जाएगी, जिससे उन्हें इस बार 4 हजार रुपये का भुगतान होगा।वहीं हाल ही में, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के किसानों के लिए बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि है कि यदि इन राज्यों में भाजपा सरकार आती है, तो इन राज्यों के किसानों को पीएम किसान योजना के तहत मिलने वाली राशि को बढ़ा दिया जाएगा। इसके मुताबिक 6 हजार रुपये की वार्षिक सहायता राशि को बढ़ाकर 10 हजार रुपये तक कर दिया जाएगा। इस ऐलान से हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के किसानों में उम्मीद जागी है कि उनकी आय में सुधार होगा और उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूती मिलेगी।पीएम किसान योजना के तहत किसानों को हर साल तीन चरणों में 2-2 हजार रुपये की सहायता दी जाती है। पहली किस्त अप्रैल से जुलाई के बीच, दूसरी अगस्त से नवंबर के बीच और तीसरी दिसंबर से मार्च के बीच किसानों के खातों में जमा की जाती है। इस योजना के जरिए सरकार का उद्देश्य किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना और उनकी फसलों के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करना है।